कंदमूल (यह बड़े शकरकंद की तरह दिखता है), इन्हे उबालकर भी खाया जा सकता है तथा भूनकर भी। प्राचीन समय में आदिमानव कंद मूल खा कर ही गुजारा किया करते थे क्योंकि जंगलों में ये बहुत ही आसानी से मिल जाते हैं इसलिए ये आदिवासियों के भोजन का मुख्य हिस्सा होते हैं। कंदमूल का हिंदी में मतलब होता है ऐसा पौधा जिसकी जड़ (भूनकर या उबाल कर) खाई जा सकती हो। कंदमूल को अंग्रेजी में रूट वेजिटेबल्स कहा जाता है। कहा जाता है वनवास के दौरान श्रीराम भी इस फल को अपने भोजन के मुख्य भाग के रूप में खाते थे।कंदमूल में कार्बोहाइड्रेट, कैरेटीन और विटामिन सी का महत्वपूर्ण स्त्रोत है।कंदमूल में काफी मात्रा में कैल्शियम भी पाया जाता है ।
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